Sunday, October 9, 2016

यह राजनीति के पतन का दौर है

राजनीति का वह दौर गुजर गया जब देश ही सब कुछ होता था । आज अवसरवाद और थोथी राजनीति ने इस देश को व्यंग का विषय बना दिया है । आप ने कभी सुना है की ओबामा से ओसामा को मारे जाने का सबूत मांगा गया । नहीं न !पर हिंदुस्तान के कुछ महापुरुष सेना की शहादत पर प्रश्न खड़े कर रहे है । जबकि इस देश के सैनिको ने सदा देश और देश वासियो की रक्षा के लिए अपने प्राण दिये है । लोगो को उन कश्मीरी अपराधियो से प्रेम जाग रहा है जो निजामे मूस्तफा के लिए नारा लगा रहे है ....मै जानना चाहता हूँ की कौन वो लोग है जो धार्मिक अतांकवाद के नाम पे बने देश को मान्यता देने की कोशिस कर रहे है ...........हे केजरीवाल हे राहुल गांधी हे तटपुंजिये वाम ......कुछ तो शर्म करो देश और राजनीति पर रहम करो ।